भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है, "15 जून को देर शाम और रात को सैनिकों का हिंसक आमना-सामना हुआ...दोनों तरफ हताहत हुए जिससे बचा जा सकता था।" बतौर मंत्रालय, "भारत की...सभी गतिविधियां एलएसी के भीतर होती हैं और चीन से भी हम यही उम्मीद रखते हैं...हम भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है, "15 जून को देर शाम और रात को सैनिकों का हिंसक आमना-सामना हुआ...दोनों तरफ हताहत हुए जिससे बचा जा सकता था।" बतौर मंत्रालय, "भारत की...सभी गतिविधियां एलएसी के भीतर होती हैं और चीन से भी हम यही उम्मीद रखते हैं...हम भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"