डिसइंगेजमेंट के लिए तैयार होने के महज़ 48 घंटे के भीतर ही पूर्वी लद्दाख में एक बार फिर भारत और चीन के बीच तनातनी होने का अंदेशा है. ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों से पता चल रहा है कि गलवान घाटी के पीपी-14 (पेट्रोलिंग प्वाइंट) पर फिर से चीन ने एक टेंट लगा लिया है. साथ ही डेपसांग-प्लेन में भी भारत और चीन के बीच टकराव की स्थिति बन रही है.
टेंट के अलावा बंकर भी मौजूद
जानकारी के मुताबिक जिस गलवान घाटी में 15-16 की दरम्यानी रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, ठीक उसी जगह पर गलवान घाटी पेट्रोलिंग प्वाइंट नंबर 14 पर फिर से चीन का एक टेंट देखा गया है.
ओपन-सोर्स सेटेलाइट इमेज ये भी बताती हैं कि वहां पर बड़ी तादात में बंकर तैयार किए गए हैं.
डिसइंगेजमेंट के लिए तैयार होने के महज़ 48 घंटे के भीतर ही पूर्वी लद्दाख में एक बार फिर भारत और चीन के बीच तनातनी होने का अंदेशा है. ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों से पता चल रहा है कि गलवान घाटी के पीपी-14 (पेट्रोलिंग प्वाइंट) पर फिर से चीन ने एक टेंट लगा लिया है. साथ ही डेपसांग-प्लेन में भी भारत और चीन के बीच टकराव की स्थिति बन रही है.
टेंट के अलावा बंकर भी मौजूद
जानकारी के मुताबिक जिस गलवान घाटी में 15-16 की दरम्यानी रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, ठीक उसी जगह पर गलवान घाटी पेट्रोलिंग प्वाइंट नंबर 14 पर फिर से चीन का एक टेंट देखा गया है.
ओपन-सोर्स सेटेलाइट इमेज ये भी बताती हैं कि वहां पर बड़ी तादात में बंकर तैयार किए गए हैं.