बिहार में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान की शुरुआत कर दी है. इस अभियान का उद्देश्य राज्य में पारदर्शी और त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करना है, ताकि कोई भी पात्र मतदाता वंचित न रहे और अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो.
क्या है SIR और क्यों जरूरी है?
चुनाव आयोग के अनुसार, SIR अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में दर्ज हों और मृत, दोहरे या अपात्र नामों को हटाया जाए. आयोग ने कहा कि बढ़ते शहरीकरण, भीतरी पलायन, युवा वोटरों की बढ़ती संख्या, मौतों की सही सूचना न मिल पाना और अवैध प्रवासियों के नामों की आशंका जैसे कारणों से मतदाता सूचियों की गहन समीक्षा आवश्यक हो गई है. चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं और इस अभियान में सभी राजनीतिक दलों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है.