पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन सिंदूर के बीच, रक्षा मंत्रालय भारतीय वायु सेना के लिए तीन परिष्कृत ISTAR (इंटेलिजेंस, सर्वेलांस, टारगेट अक्विजीशन एंड रिकोनिसेंस) जासूसी विमान खरीदने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. यह परियोजना लगभग 10,000 करोड़ रुपये की है और इसका उद्देश्य वायु सेना को दुश्मन के जमीनी लक्ष्यों के खिलाफ सटीक हमले करने में सहायता प्रदान करना है.
रक्षा अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि यह प्रस्ताव जून के चौथे सप्ताह में होने वाली उच्च स्तरीय रक्षा मंत्रालय की बैठक में मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा. ISTAR प्रणाली वायुसेना को हवा से जमीन पर निगरानी, खुफिया जानकारी और लक्ष्य प्राप्ति की क्षमता प्रदान करती है, जिससे वे अधिक प्रभावी और सटीक हमले कर सकें.