पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। डीजी आईएसपीआर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में कहा कि बहुत सारे मुद्दे थे जिनके बारे में मैं आज बात करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जो स्थिति बनीं है उस पर आज विस्तृत चर्चा करूंगा। पुलवामा हमले के बाद भारत बिना सोचे-समझे और बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। पाकिस्तान इस बार बेवजह लगे आरोपों का जवाब देना चाहता है।
पाकिस्तानी सेना के आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा, हम युद्ध की तैयारी नहीं कर रहे हैं बल्कि आप (भारत) धमकी दे रहे हैं। हम युद्ध शुरू करने की तैयारी नहीं कर रहे हैं लेकिन हमें आपकी तरफ से मिलने वाली युद्ध की धमकियों का जवाब देने का अधिकार है। पाकिस्तान की 24 फीसद आबादी युवा है। भारत की ओर से इन्हें निशाना बनाया जा रहा है। हमारा 72 साल का इतिहास है। 1947 में आजादी के साथ ही पाकिस्तान का विभाजन हुआ। भारत आज भी इसे स्वीकार नहीं कर पा रहा है।
1965 में सीमा पर तनाव की स्थिति बनीं, दोनों देशों के बीच में युद्ध हुआ। फिर भी पाकिस्तान प्रगति का रास्ता ही अपनाया। 1971 में भारत ने हमला कर पूर्वी पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति बदल दी। वह किस प्रकार हमारा शोषण किया यह आपके सामने है। इसके बाद भी पाकिस्तान हमेशा उदार नीति अपनाता रहा। 1971 से 1984 तक सीमा पर कोई घटना नहीं हुई। स्थिति अपेक्षाकृत शांत थी। कोई क्रास फायरिंग नहीं हुई। फिर अचानक सियाचीन की घटना हुई। सीमा पर पाकिस्तानी सेना नहीं थी भारतीय सेना ने सियाचीन में कब्जा कर लिया। तब से आज तक वहां पर स्थिति तनाव पूर्ण बनीं है।
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। डीजी आईएसपीआर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में कहा कि बहुत सारे मुद्दे थे जिनके बारे में मैं आज बात करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जो स्थिति बनीं है उस पर आज विस्तृत चर्चा करूंगा। पुलवामा हमले के बाद भारत बिना सोचे-समझे और बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। पाकिस्तान इस बार बेवजह लगे आरोपों का जवाब देना चाहता है।
पाकिस्तानी सेना के आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा, हम युद्ध की तैयारी नहीं कर रहे हैं बल्कि आप (भारत) धमकी दे रहे हैं। हम युद्ध शुरू करने की तैयारी नहीं कर रहे हैं लेकिन हमें आपकी तरफ से मिलने वाली युद्ध की धमकियों का जवाब देने का अधिकार है। पाकिस्तान की 24 फीसद आबादी युवा है। भारत की ओर से इन्हें निशाना बनाया जा रहा है। हमारा 72 साल का इतिहास है। 1947 में आजादी के साथ ही पाकिस्तान का विभाजन हुआ। भारत आज भी इसे स्वीकार नहीं कर पा रहा है।
1965 में सीमा पर तनाव की स्थिति बनीं, दोनों देशों के बीच में युद्ध हुआ। फिर भी पाकिस्तान प्रगति का रास्ता ही अपनाया। 1971 में भारत ने हमला कर पूर्वी पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति बदल दी। वह किस प्रकार हमारा शोषण किया यह आपके सामने है। इसके बाद भी पाकिस्तान हमेशा उदार नीति अपनाता रहा। 1971 से 1984 तक सीमा पर कोई घटना नहीं हुई। स्थिति अपेक्षाकृत शांत थी। कोई क्रास फायरिंग नहीं हुई। फिर अचानक सियाचीन की घटना हुई। सीमा पर पाकिस्तानी सेना नहीं थी भारतीय सेना ने सियाचीन में कब्जा कर लिया। तब से आज तक वहां पर स्थिति तनाव पूर्ण बनीं है।